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MCX के शेयर में जबरदस्त तेजी: निवेशको की लग गयी लॉटरी


MCX कंपनी का परिचय

MCX भारत की सबसे बड़ी कमोडिटी एक्सचेंज कंपनी है। MCX (Multi Commodity Exchange) शेयर बाजार में कमोडिटी के क्षेत्र में प्रमुखता रखती है। हाल ही में इसके शेयरों में आई तेजी ने निवेशकों और विश्लेषकों का ध्यान आकर्षित किया है। इस लेख में हम जानेंगे कि इस तेजी के पीछे क्या कारण हैं और निवेशकों को कौन सी रणनीति अपनानी चाहिए।


MCX के शेयरों में हालिया तेजी

25 जून 2025 को MCX के शेयरों में 6.5% से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे यह ₹8,808 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। यह न केवल 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर है, बल्कि कंपनी के लिए एक नया मीलस्टोन भी है, क्योंकि इस वृद्धि के साथ कंपनी की मार्केट वैल्यू ₹44,500 करोड़ तक पहुंच गई है।


तेजी के प्रमुख कारण:


1. नए डेरिवेटिव्स उत्पादों की लॉन्चिंग

MCX ने हाल ही में इलेक्ट्रिसिटी डेरिवेटिव्स और चांदी के मंथली डेरिवेटिव्स जैसे नए उत्पाद लॉन्च किए हैं, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम में काफी वृद्धि हुई है।

2. मजबूत तिमाही नतीजे

2024-2025 तक के तिमाही नतीजों में कंपनी की ग्रोथ में कोई समस्या नहीं है, जिससे कंपनी की रेटिंग और वैल्यूएशन पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। कंपनी ने इस वर्ष में काफी अच्छी ग्रोथ की है और निवेशकों ने भी अच्छा लाभ कमाया है।

3. ब्रोकरेज फर्मों का सकारात्मक दृष्टिकोण

अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज हाउस UBS ने MCX के शेयर का टारगेट ₹10,000 रखा है, जबकि HDFC SECURITIES ने इसका टारगेट ₹9,050 रखा है और इसे "बाय" रेटिंग दी है, जिससे निवेशकों का कंपनी के प्रति विश्वास बना हुआ है।


तकनीकी विश्लेषण

52 सप्ताह का उच्चतम स्तर: ₹8,802

1 साल का रिटर्न: लगभग 120%

5 साल में रिटर्न: 

लगभग 500% से अधिक

ट्रेंड: 

शेयर ने 52 सप्ताह का ऊपरी स्तर तोड़ने के बाद लगातार ऊपर की दिशा में बढ़ रहा है, जो एकबुलिश सिग्नल है।


निवेशकों के लिए संकेत:

फायदे:

नई उत्पाद श्रृंखला के आने से कंपनी के मासिक राजस्व और मुनाफे में वृद्धि की संभावना है।

MCX के कमोडिटी मार्केट में बढ़ता ट्रेडिंग वॉल्यूम ग्रोथ को मजबूत बनाए रखेगा।

शेयर की वैल्यूएशन अभी भी आकर्षक है, क्योंकि कंपनी NSE और BSE की तुलना में छोटी है और कमोडिटी मार्केट में एक मोनोपोली कंपनी है, जिससे इसका ₹10,000 का संभावित लक्ष्य जल्द ही पूरा हो सकता है।


जोखिम:

बाजार की अस्थिरता, वैश्विक घटनाएं और नियामक बदलाव का प्रभाव हो सकता है।

यदि नए उत्पादों में अपेक्षित वॉल्यूम और ट्रेडिंग नहीं होती है, तो कंपनी का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है, जिससे शेयर पर दबाव पड़ सकता है।


भविष्य की रणनीति

यदि आप एक दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो MCX जैसी मजबूत फंडामेंटल वाली मोनोपोली कंपनी का स्टॉक आपके पोर्टफोलियो में शामिल किया जा सकता है। जैसे-जैसे ट्रेडिंग वॉल्यूम और नए उत्पादों का स्केल बढ़ेगा, कंपनी का शेयर और भी ऊंचा जा सकता है, जो आपके पोर्टफोलियो को सकारात्मक बनाए रखेगा।


सुझाव:

निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से अवश्य संपर्क करें। शेयर बाजार में जोखिम होता है।

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